राजधानी में कोरोना ने फिर बढ़ाई चिंता: एक मौत दर्ज, सक्रिय मामलों में उछाल
नई दिल्ली: देश में कोरोना के मामले को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों पर गौर करें तो 30 मई तक देश भर में 2710 मामले दर्ज किए गए. देशभर में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. पिछले चौबीस घंटे में 511 नए मामले दर्ज किए गए हैं. वहीं दिल्ली में अगर संक्रमण की बात करें तो 56 नए मामले पिछले चौबीस घंटे में दर्ज किए गए. राजधानी दिल्ली में कोरोना के कुल 294 एक्टिव केस हैं. वहीं 214 लोग अब तक ठीक हो चुके हैं. लेकिन राजधानी दिल्ली से एक हैरान करने वाली खबर आ रही है. जानाकारी के मुताबिक, कोरोना से एक 60 साल की महिला की मौत की खबर है.
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के कोविड डैशबोर्ड पर दिए गए राज्यों के कोविड के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में मौजूदा समय में कोरोना के 294 एक्टिव केस और एक मौत होने की जानकारी दी गई है. इसके साथ ही कोरोना के 77 मरीज ठीक भी हुए हैं.डॉक्टरों का मानना है कि कोरोना अब सामान्य फ्लू और इन्फ्लूएंजा की तरह है.
डरने की जरूरत नहीं सतर्क रहने की जरूरत
दिल्ली में जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, वह डराने वाला है. हालांकि एक्सपर्ट का कहना है कि डरने की जरूरत नहीं है. कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि कोरोना के मामले सरकार के संज्ञान में है. अस्पतालों में पूरी तरह से व्यवस्थाएं है. एडवाइजरी भी जारी की है. स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. किसी प्रकार की कोई घबराने की स्थिति नहीं है.मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भी बुधवार को बताया था कि दिल्ली में कोरोना के 19 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं बाकी सभी मरीज होम आइसोलेशन में हैं. बाकी सब मरीज घर पर रहकर ही ठीक हो रहे हैं. किसी को कोई गंभीर समस्या नहीं है. कोरोना से अब डरने की स्थिति नहीं है. सावधानी बरतने की जरूरत है.
ये नया वेरिएंट तेजी से फैलता है लेकिन घातक नहीं
दिल्ली-एनसीआर में कोरोना संक्रमण के मामलों में जिस तरह से बढ़ोतरी हो रही है, वह डराने वाला है.हालांकि एक्स्पर्ट्स का कहना है कि डरने की जरूरत नहीं है. इस मामले पर AIIMS के पूर्व डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने बताया कि कोविड-19 के JN.1 वेरिएंट के कारण मामले बढ़ रहे हैं, जो ओमिक्रोन का सब-वेरिएंट है. यह वेरिएंट तेजी से फैलता है लेकिन घातक नहीं है. हालांकि इस बचने के लिए सतर्कता और वैक्सीन जरूरी है. डॉक्टर गुलेरिया ने कहा कि करोना का JN.1 वैरिएंट सबसे ज्यादा फैल रहा है, हालांकि डरने की कोई बात नहीं है. इस वैरिएंट में केस बढ़े जरूर हैं, लेकिन खतरा गंभीर नहीं है. नए वैरिएंट के लक्षण हल्के हैं और अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत कम पड़ रही है.
कमजोर इम्यून सिस्टम वाले व्यक्ति को इस वेरिएंट से खतरा
डॉ. गुलेरिया के अनुसार JN.1 वेरिएंट ज्यादातर मामलों में हल्की बीमारी का कारण बनता है, लेकिन कुछ लोगों के लिए यह खतरनाक हो सकता है, बुजुर्ग, डायबिटीज या हार्ट डिजीज जैसी पीड़ित लोग और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले व्यक्ति इस वेरिएंट की चपेट में जल्दी आ सकते हैं. ऐसे लोगों को कोविड संक्रमण से बचने की कोशिश करनी चाहिए और कोविड संक्रमण को कंट्रोल करने के लिए कोरोना प्रोटोकॉल्स का पालन करना चाहिए. भारत में फिलहाल स्थिति कंट्रोल में है, लेकिन नए वेरिएंट का सर्विलांस जरूरी है. आगे देखना होगा कि यह वेरिएंट कितना फैलेगा और किसी भी विकट स्थिति से बचने के लिए पहले से ही तैयारी करना जरूरी है.
सभी अस्पताल कोरोना से लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार-सीएम
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली के सभी अस्पताल कोरोना से लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. सभी अस्पतालों में तैयारी पूरी हैं. बता दें कि पिछले सप्ताह दिल्ली में कोरोना के एक्टिव केसेज की संख्या बढ़कर 104 हो गई थी. करीब दो सप्ताह पहले दिल्ली सरकार ने लोगों को एहतियात बरतने के लिए एडवाइजरी भी जारी की थी. Body:कोरोना से अभी जो लोग संक्रमित हो रहे हैं उनकी हालत ठीक है. किसी को भी कोई गंभीर समस्या नहीं हो रही है. बता दें की राजधानी दिल्ली में पहले भी कोरोना के मामले सामने आते रहे हैं.