ईको क्लब के आयोजन में प्लास्टिक प्रदूषण रोकथाम को लेकर जागरूकता, कार्यशाला व नवाचार

हरदा । शासकीय स्नातक महाविद्यालय टिमरनी में विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में ईको क्लब द्वारा मध्यप्रदेश विज्ञान एवं तकनीकी परिषद् भोपाल तथा एप्को के पर्यावरण शिक्षण कार्यक्रम अंतर्गत संयुक्त तत्वाधान में तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति चेतना जागृत करना एवं समाज में प्लास्टिक प्रदूषण की रोकथाम हेतु संदेश प्रसारित करना रहा। ईको क्लब की नोडल अधिकारी डॉ. सादिया पटेल के नेतृत्व में यह आयोजन पर्यावरण शिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत संपन्न हुआ। कार्यक्रम के पहले दिन विद्यार्थियों को पर्यावरण सुरक्षा की शपथ दिलाई गई एवं महाविद्यालय परिसर में स्वच्छता जागरूकता अभियान चलाया गया। इस अवसर पर स्लोगन लेखन प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने पर्यावरण विषयक रचनात्मक नारों के माध्यम से अपनी जागरूकता व्यक्त की। दूसरे दिन ईको क्लब के स्वयंसेवक विद्यार्थियों ने टिमरनी शहर के प्रमुख चौराहों और स्थलों पर जाकर आमजन को प्लास्टिक प्रदूषण के दुष्परिणामों से अवगत कराया।स्वस्थ भविष्य के लिए प्लास्टिक पर रोक जैसे संदेशों के साथ छात्रों ने पोस्टर और जनसंपर्क के माध्यम से पर्यावरणीय चेतना फैलाने का कार्य किया। तीसरे दिन महाविद्यालय में वैश्विक स्तर पर पलास्टिक प्रदूषण को समाप्त करने पर आधारित विषय पर इंटरैक्टिव कार्यशाला आयोजित की गई। डॉ. सादिया पटेल ने कार्यशाला की प्रस्तावना प्रस्तुत की और विषय की रूपरेखा रखी। इस अवसर पर ईको क्लब के सक्रिय स्वयंसेवक रितिका गुर्जर एवं आयुष बौरासी ने पर्यावरणीय संकट को लेकर अपने विचार साझा किए। कार्यशाला में हरदा आदर्श महाविद्यालय के विशेषज्ञ वक्ता डॉ. महेन्द्र सोलंकी ने पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्लास्टिक के पुनः उपयोग और पुनर्चक्रण के सरल उपायों को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया। वहीं, हरदा डिग्री कॉलेज के श्री नरेन्द्र खोरे ने दैनिक जीवन में प्लास्टिक के प्रयोग को कम करने के व्यवहारिक उपायों पर बल देते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि व्यक्तिगत जिम्मेदारी है।कार्यक्रम में अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला संगठन की प्रतिनिधि प्रतिभा अग्रवाल ने पर्यावरण से प्रेम करने, स्वच्छता अपनाने और अन्य लोगों को भी प्रेरित करने की अपील की। डॉ. शीतल अग्रवाल ने प्लास्टिक बोतलों में अनुपयोगी पॉलिथीन भरकर ‘ईको ब्रिक्स’ बनाने की तकनीक सिखाई, जिससे कचरे का रचनात्मक उपयोग संभव हो सके। मारवाड़ी महिला सम्मेलन, टिमरनी की अध्यक्ष निशा अग्रवाल ने कपड़े की थैलियों के प्रयोग को प्रोत्साहित करते हुए विद्यार्थियों को थैले वितरित किए। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. गणेश श्रीवास्तव, वाइस प्रिंसिपल, हरदा डिग्री कॉलेज ने प्लास्टिक के पर्यावरण पर दुष्प्रभावों को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी की सराहना की। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. संजय कुमार पटवा ने वैश्विक पर्यावरणीय आंकड़ों के माध्यम से विद्यार्थियों को जागरूक किया और उन्हें सकारात्मक व्यवहार अपनाने हेतु प्रेरित किया। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों को प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह एवं ईको क्लब की किट भेंट की गई। विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। आभार प्रदर्शन भारतीय ज्ञान परम्परा प्रकोष्ठ प्रभारी मीनाक्षी यादव ने किया एवं संचालन का दायित्व डॉ. सुनित काशिव ने निभाया। इस अवसर पर डॉ. महेन्द्र सिंह तड़वाल, डॉ. दुर्गेश नंदिनी अग्रवाल, डॉ. पंकज खैरनार, नीता गौर, डॉ. मनीषा राजपूत, अभिषेक नागपुरे, डॉ. ज्योति काशिव, मुग्धा गद्रे, ललिता नागर, प्रियंका चंदेल सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।